इंटरव्यू में कामयाबी दिलाएगी रेज्यूमे स्ट्रैटजिस्ट की यह ट्रिक; खुद की स्ट्रेंथ्स, वीकनेसेस और ऑपर्च्युनिटीज का एनालिसिस करना जरूरी

इंटरव्यू के लिए आमतौर पर उम्मीदवार कंपनी की जानकारी हासिल करने के अलावा संभावित सवालों की मजबूत तैयारी करते हैं। लेकिन रेज्यूमे स्ट्रैटजिस्ट ग्रेग लैंगस्टाफ ऐसी ट्रिक के बारे में बताते हैं जो इंटरव्यू पैनल को प्रभावित कर एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है। इनके अनुसार किसी जॉब ओपनिंग के लिए अपनी क्षमता का अनपेक्षित उदाहरण जरूर दें।
उदाहरण के लिए अगर आप एक सोशल मीडिया मार्केटिंग के पद के लिए आवेदन कर रहे हैं तो उस कंपनी के लिए एक सोशल मीडिया कैंपेन तैयार कर उन्हें दिखाएं। इस तरह आप अपनी क्षमता के साथ कंपनी के साथ काम करने के अपने उत्साह का भी प्रदर्शन कर सकेंगे। अगर आप किसी ऐसे पद के लिए आवेदन कर रहे हैं जहां यह ट्रिक फिट नहीं बैठती है तो आप परफॉर्मेंस एबिलिटी के कुछ अन्य उदाहरण आजमा सकते हैं।
कम से कम तीन महीनों का प्लान तैयार करें
बिजनेस मैनेजर्स और लीडर्स को अक्सर अपने विजन का तीन या छह महीने का प्लान बनाने और उसे पूरा करने की स्ट्रैटजी के बारे पूछा जाता है। इसे समय से पहले तैयार करके आप अपनी स्थिति मजबूत कर सकते हैं।
क्लाइंट्स और कस्टमर्स के रेफरेंस लेटर्स दिखाएं
ज्यादातर जॉब एप्लीकेशंस के साथ रेफरेंस के तौर पर रेफरी का कॉन्टैक्ट नंबर ही पूछा जाता है। लेकिन अगर आपके पास किसी क्लाइंट या कस्टमर के खास लेटर्स या प्रशस्ति पत्र हों तो पैनल के सामने इन्हें प्रस्तुत कर उन्हें प्रभावित कर सकते हैं।
स्वॉट एनालिसिस करें
आप जिस जॉब रोल के लिए अप्लाय कर रहे हैं उसके हिसाब से हर वर्ष खुद की स्ट्रेंथ्स, वीकनेसेस, ऑपर्च्युनिटीज और थ्रेट (स्वॉट) एनालिसिस करना जरूरी है। इस रिसर्च को इंटरव्यू पैनल के सामने पेश कर आप यह दिखा सकते हैं कि आप उस जाॅब रोल के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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